भीषण ठंड के कारण आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। दिनचर्या की गाड़ी बेपटरी हो गई है। इस ठंड से इंसानों के साथ-साथ पशु और पक्षी भी परेशान हैं। आवारा मवेशियों को भी कहीं ठौर नहीं मिल रहा है। यमुनानगर के मेजा वन रेंज में दो मोर मृत पाए गए हैं।
एक मोर बीते 14 जनवरी को मृत मिला था, जबकि दूसरा मोर 18 जनवरी, यानी गुरुवार को एक ही स्थान पर मृत पाया गया।

ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आगे की कार्यवाही की। वन रेंज मेजा के इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों का कहना है कि 14 जनवरी को वन क्षेत्र में स्थित चपरो बनियन का पूरा में एक मोर मृत अवस्था में पाया गया था। सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी अजय सिंह मौके पर आए थे और मोर के शवको अपने साथ ले गए थे।
इसी तरह आज, गुरुवार को भी उसी स्थान पर एक मोर मृत अवस्था में पाया गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और शव को कब्जे मे लेकर मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा। वन विभाग का कहना है कि रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
चर्चा हैं मोरों की मौत ठंड से भी हो सकती। इसके अलावा स्थानीय किसानों द्वारा चूहे के प्रकोप से बचने के लिए खेतों में रखी जाने वाली दवा के सेवन से भी यह मौत हो सकती है।
वर्जन स्थानीय लोगो की सूचना पर मौके पर पहुंचकर मोर को कब्जे मे लेकर मेडिकल परीक्षण हेतु भेजा गया लेकिन पहले जो मौत हुई मोर की हुई थी ठण्ड लगने से हुआ था पुनः सम्भावना हैं की ठंड लगने से ही मौत हुआ हैं