60 की उम्र तक पहुंचते–पहुंचते हम मान लेते हैं की बस अब जिंदगी की ढलान शुरू हो गई है। हम ऐसा ना भी मानें तो समाज बार-बार हमें एहसास दिलाता रहता है कि बस अब तुम्हारा समय खत्म हुआ। जबकि ऐसा है नहीं। 60 तो सिर्फ एक नंबर है, संख्या है, आप चाहे तो इस उम्र में भी फिट और हेल्दी रह सकतें हैं। कैसे यह हम आपको बताते हैं–
दिल तो बच्चा है जी
ये सिर्फ कहने भर की बात नहीं है, अगर आप दिल से खुद को बच्चा मानतें हैं तो वाकई 60 सिर्फ एक संख्या ही रह जाएगी Im 25 का एक कांसेप्ट है। जिसमें जहां आपको यह मानना है कि आप अभी 25 साल के ही हैं। फिर याद कीजिए कि 25 साल की उम्र में आप में कितना उत्साह था,जोश था। उस जोश को वापस जिंदगी में ले आइए–आप बूढ़े नहीं होंगे।
शरीर भी हो जवान
दिल के साथ-साथ शरीर का भी तो साथ देना जरूरी है,लेकिन इसके लिए जवानी के दिनों से ही मेहनत शुरू करनी होगी। जैसे 30 साल की कमाई से जो बचाया वह रिटायरमेंट के बाद काम आता है,वैसे ही 30 साल जो शरीर के लिए किया वह 60 के बाद आपको जवान रखता है। तो शुरू से ही खान-पान और कसरत का ध्यान रखेंगे तो बुढ़ापा आपको छू भी नहीं पाएगा। हालांकि अगर पहले कुछ नहीं किया और अब शरीर के लिए कुछ करना चाह रहें हैं तो भी बुरा नहीं है। एक रूटीन बनाएं,पसंद की कसरत करें, खुश रहें और जवान दिखें।
डॉक्टरी जांच भी है जरूरी
साल में दो बार ओवरऑल चेकअप जरूर कराएं। इसे अतिरिक्त खर्च न मानें। बल्कि कोई दिक्कत है तो उसका समय रहते समाधान आसान है और कम खर्चीला भी।
दोस्तों का साथ
एक उम्र के बाद इंसान अकेला महसूस करने लगता है। कई बार परिवार हमारे साथ नहीं होता, लेकिन अगर हमारा एक ग्रुप है, दोस्त हैं–जिनसे आप सुख–दुख की बातें कर सकते हैं, तो आपका मन प्रसन्न रहेगा और आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
एक्टिव रहे
खुद को एक्टिव रखें। जो काम आप पहले करना चाहते थे,लेकिन समय का अभाव या दूसरी वजहों से नहीं कर पाए, उन्हें अब पूरा कीजिए। यह आपको खुश भी रखेगा और फिट भी।
खान–पान कर रखें ध्यान
एक उम्र के बाद पाचन शक्ति उतनी मजबूत नहीं रहती,ऐसे में जरूरी है कि आपका खाना हल्का हो, पौष्टिक हो और आपके पसंद का भी हो। खुद भी खाने में नए और पौष्टिक खाने का प्रयोग कर सकते हैं।