चलना सिर्फ मोटापा ही कम नहीं करता, डायबिटीज,उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल आदि को भी नियंत्रण में रखता है। टहलने से रक्त संचार और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। वॉक पर जाने के ओर भी ढेरों फायदे हैं हर दिन टहलना आपके लिए क्यों जरूरी है?
पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय में हुए एक शोध के मुताबिक, जो व्यक्ति रोज 5000 कदम चलते हैं, वे उन लोगों की तुलना में अपना वजन नियंत्रण में रखते हैं, जो जिम आदि की सहायता से अपना मोटापा कम करने की कोशिश करते हैं। वॉक से जुड़े फायदे को अगर आप पहचान लें और दृढ़ निश्चय कर नियम से हर दिन टहलें तो आप हमेशा सेहतमंद रहेंगे।
वॉकिंग और जॉगिंग अलग-अलग बात
वॉकिंग और जॉगिंग, वर्कआउट के दो अलग-अलग तरीके हैं सिर्फ़। वॉकिंग किसी भी उम्र में की जा सकती है, तो वहीं जॉगिंग से अंदरूनी चोट का खतरा बना रहता है। हालांकि दोनों को थोड़ा-थोड़ा करना अच्छा रहता है। अगर जोगिंग करने से आपके पैरों पर ज्यादा जोर पड़ता है, तो हर दिन नियम से टहलना शुरू कर दीजिए। अपने टहलने की स्पीड समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ाएं।
जूतें हों बेहतरीन
आपका जूता लचीला और हल्का होना चाहिए। जूते का साइज ठीक होना चाहिए ताकि उंगलियों पर जोर ना पड़े। अगर जूते ठीक नहीं होंगे तो आपके जोड़ टहलना शुरू करने के 20 मिनट बाद ही दुखने लगेंगे।
टहलने का लुफ्त उठाएं
टलने का लुफ़्त उठाना बहुत जरूरी है, क्योंकि ऐसा करके आप खुद को टहलने के लिए प्रोत्साहित कर पाएंगे। आपको टहलने में भी मजा ढूंढना है। फिर इसके लिए चाहे आप वॉक का रास्ता रोज ही बदलें या दोस्तों को भी हर सुबह साथ टहलने के लिए बुला लें।
अपने लिए इससे बेहतर वक्त नहीं
हर सुबह आधे घंटे का वॉक दिन भर की आपकी प्राथमिकताओं को तय करने का वक्त देगा और साथ ही आप अपने साथ कुछ बेहतरीन वक्त बिता पाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि जिंदगी की भाग दौड़ के प्रति आपकी शिकायतें कम हो जाएंगी और आप खुश रहेंगे।
कितना तेज़ वॉक करती हैं आप?
आप ब्रिस्क वॉक करते होंगे या फिर करने की प्लानिंग कर रहे होंगे। पर क्या आपने सोचा है कि आप कितना तेज़ चलते हैं ? अगर नहीं, तो आपकी रफ्तार जानने का आसान तरीका हम बता देते हैं। इसके लिए यह जरूरी होगा कि आप प्रति मिनट अपने कदम गिन लीजिए। फिर उसे 30 से भाग दे दीजिए। मान लीजिए आप 1 मिनट में 120 कदम चलते हैं तो आपकी रफ्तार हुई 4 मील प्रति घंटा।
सिर्फ समतल जगह पर ना हो वॉक
आप सही रूटीन में वॉक पर जाते हैं, कभी पार्क में तो कभी घर के सामने की शांत सड़क पर। अगर इसमें ऊंचाई वाली जगह पर वॉक भी शामिल कर ले तो परिणाम बेहतर होगा। इसे बोन डेंसिटी भी बढ़ती है। इसके लिए जब एक बार आप समतल जगह पर अच्छे तरीकों से वॉक करने लगे तो सप्ताह में एक से दो बार हल्की चढ़ाई पर भी वॉक करें। अगर आसपास चढ़ाई की जगह नहीं है तो पास वाले स्कूल के स्टेडियम की सीढ़ियों पर या अपनी बिल्डिंग की सीढ़ियों पर इसे आजमाएं। जिम में ट्रेडमिल पर भी इसे आजमा सकते हैं।
इनका रखें ध्यान
कम से कम 30 मिनट के लिए वॉक पर जरूर जाएं। पर अगर कोई बीमारी हो तो डॉक्टर के परामर्श के आधार पर ही समय निर्धारित करें। खाना एक बार में नहीं,बल्कि 5 से 6 बार में खाएं। एक दिन में काम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं। पास के बाजार तक जाना हो तो गाड़ी की बजाय पैदल ही जाएं। सिकिम्ड मिल्क का इस्तेमाल करें इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा और कैलोरी कम होती है। हर 2 घंटे के बाद 5 मिनट की ब्रिस्क वॉक जरूर करें, फिर चाहे आप घर पर हो या ऑफिस में।