अगर आप अपना वेट लॉस करने वाले हैं लेकिन समय-समय पर लगने वाली भूख को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से आपका वजन कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है। तो अपनी डाइट में भुने हुए चने जरूर शामिल कर लें। भुने हुए चने में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, मैंगनीज,फोलेट,फास्फोरस,तांबे,फैटी एसिड,कैल्शियम,आयरन और विटामिन्स जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो वेट लॉस से लेकर आपके इम्यूनिटी तक को बूस्ट करने का काम करते हैं। आईए जानते हैं अपनी डाइट में भूने चने शामिल करने से व्यक्ति को मिलते हैं कौन-कौन से फायदे।
कब्ज़ से राहत दिलाए
चने कब्ज से छुटकारा दिलाने में भी फायदेमंद होता है। आप थोड़े से,चने भून लें सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे कब्ज की समस्या काफी हद तक आराम मिलता है। कब्ज होने पर आप कुछ दिनों तक लगातार भुने हुए चने खा सकते हैं। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।
वेट लॉस में फायदेमंद
अगर आप भी अपने वेट लॉस जर्नी में हैं,तो अपनी डाइट में भुना चना जरूर शामिल करें। भुने हुए चने में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को बार-बार भूख नहीं लगती और वह ओवर ईटिंग करने से बच जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, फाइबर से भरपूर चीज़े खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसके अलावा फाइबर पाचन को बेहतर बनाए रखने के साथ कब्ज को रोकने में भी मदद करता है।
डायबिटीज
डायबिटीज में भी भुना चना खाने से कई फायदे मिलते हैं। दरअसल, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतर माने जाते हैं। कम जीआई होने का मतलब है कि उस विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन से आपके ब्लड शुगर लेवल में अन्य खाद्य पदार्थों की तरह उतार चढ़ाव नहीं होगा। चूंकि चने का जीआई लेवल 28 है इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए खाने का एक अच्छा विकल्प माना जाता है।
दिल की सेहत
भुने हुए चने में मैंगनीज, फोलेट,फास्फोरस और तांबे जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होने की वजह से यह दिल की सेहत का खास ख्याल रखता है। इसमें मौजूद फास्फोरस रक्त परिसंचरण में सुधार करके दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
पाचन को बनाए बेहतर
भूने चने में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाकर कब्ज जैसी समस्या से भी बचाव करता है। भुने चने को डाइट में शामिल करके डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।