प्रयागराज शूटआउट: यूपी पुलिस ने बिहार, गुजरात और एमपी में डाला डेरा, हमलावरों की तलाश में ताबड़तोड़ छापामारी
प्रयागराज शूटआउट में राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की हत्या के बाद यूपी पुलिस हमलावरों की तलाश में जी-जान से जुटी है। सूत्रों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने हमलावरों के भागने के रास्ते और उनकी लोकेशन के बारे में कई अहम सुराग इक्ट्ठा कर लिए हैं। अलग-अलग स्थानों पर छापामारी कर कई संदिग्धों को उठाया गया है। इस मामले में उमेश की पत्नी की ओर से पूर्व सांसद अतीक अहमद के पूरे परिवार और करीबियों को नामजद किया गया है। अतीक के दो बेटे हिरासत में हैं। उनसे पूछताछ चल रही है। शनिवार रात पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित घर के पास से कई गाड़ियों को उठा लिया। बताया गया कि ये गाड़ियां हमलावरों की हैं।
रात में कई थानों की फोर्स अतीक के घर के पास क्रेन लेकर पहुंची। चकिया में अतीक के घर के पास कई कारें खड़ी थीं। पुलिस ने क्रेटा, फॉरच्यूनर और एक और कार क्रेन पर लदवा ली। इस दौरान फोरेंसिक टीम ने कारों की जांच भी की। पुलिस के क्रेन से गाड़ियों को उठाए जाने के बाद वीडियो वायरल होने लगा। कहा जाने लगा कि जो कार पुलिस ने अतीक के घर के पास से बरामद की है, इन्हीं गाड़ियों में हमलावार आए थे। खासतौर पर सफेद रंग की क्रेटा कार को लेकर आरोप लगाए जाते रहे। हालांकि पुलिस अफसर इस बारे में अभी साफ तौर पर कुछ नहीं कह रहे हैं।
*जेल में अशरफ की खंगाली कुंडली*
उमेश पाल मर्डर केस में नामजद आरोपी पूर्व विधायक अशरफ से पूछताछ के लिए एसटीएफ बरेली जेल पहुंची और वहां पर उसकी कुंडली खंगाली। बैरकों की तलाशी ली गई। पुलिस और एसटीएफ यह जांच में लगी रही कि बीते दिन कौन-कौन अशरफ से जेल में आकर मिला है। कोर्ट की अनुमति न मिलने से पूछताछ न हो सकी।
अतीक का भाई करीब ढाई साल से बरेली के जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। कोर्ट की अनुमति न होने के कारण एसटीएफ की टीम अशरफ से तो नहीं मिल सकी लेकिन जेल प्रशासन से उसकी गतिविधियों का पूरा ब्योरा जुटाया गया। इसमें वह कब और कहां पेशी पर गया, कब-किसने मुलाकात की। फोन पर किसी से बातचीत हुई या नहीं। फोकस तीन माह की गतिविधियों पर ज्यादा रहा।
गुड मॉर्निंग भारत संवाददाता अभिषेक त्रिपाठी की रिपोर्ट