नवधा भक्ति से होती है भगवतप्राप्ति – बटुक जी महाराज


नवधा भक्ति से होती है भगवतप्राप्ति – बटुक जी महाराज

गुड मॉर्निंग भारत

कौशाम्बी। अघोरी बाबा आश्रम हनुमान मंदिर कैमा धमावा ब्लॉक सिराथू में चल रही नवदिवसीय श्रीरामकथा के चौथे दिवस चित्रकूट धाम से पधारे कथावाचक बटुक जी महाराज ने कथा श्रोतागणों को नवधा भक्ति का प्रसंग सुनाया। बटुक जी ने कथा के संदर्भ में बताया कि भगवान श्रीराम और भाई लक्ष्मण माता सीता के हरण होने पर उनकी खोज करते करते वन में भगवान श्रीराम की परम भक्त भीलनी सबरी से मिले। भीलनी सबरी की भक्तिभावना से प्रसन्न होकर भगवान श्रीराम जी ने भीलनी सबरी को नवधा भक्ति का ज्ञान दिया। भगवान ने सबरी को भक्ति के नौ प्रकार बताए। प्रथम भगति संतन्ह के संगा, दूसरि रति मम कथा प्रसंगा इस अवसर पर बटुक जी महाराज ने कहा कि मनुष्य को नवधा भक्ति करनी चाहिए। नवधा भक्ति से भगवतप्राप्ति होती है। आगे कहा कि सबरी जैसी भीलनी की भक्ति भावना से भगवान ने उसका भी उद्धार किया तो हम लोग तो सामाजिक रूप से अच्छे कुल कुटुंब के लोग हैं।

कार्यक्रम के चौथे दिवस श्रीराम महायज्ञ के यजमान दयाशंकर तिवारी और उनकी धर्मपत्नी आशा देवी ने अंतर्जनपदीय यज्ञाचार्य के साथ दैनिक यज्ञ कार्य विधि विधान से पूरा किया।कथा कार्यक्रम के चौथे दिवस क्षेत्र के कई गांवों के लोग कथा श्रवण करने अघोरी बाबा आश्रम धमावा पहुंचे और बड़े भक्ति भाव से भगवान की कथा सुनी। कार्यक्रम आयोजक त्यागी जी महाराज ने सभी क्षेत्रवासियों से नित्य कथा में शामिल होने और भक्ति भावना के साथ भगवान की कथा श्रवण करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के चौथे दिवस अजय सोनी, सुरजीत वर्मा, वीरेंद्र तिवारी, अनिल मौर्य, धीरज केसरवानी, मनोज यादव आदि मौजूद रहे।
गुड मॉर्निंग भारत संवाददाता हिमांशु कुमार मिश्रा

Leave a Comment