सरकारी अस्पतालों में जिला अस्पताल को छोड़कर पूरे जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है सरकारी अस्पतालों में आपातकाल में चिकित्सक मौजूद नहीं मिलते जिससे तहसील ब्लाक थाना गांव क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी इलाज घायलों का नहीं हो पाता है और जिन मरीजों की बचने की भी संभावना होती है दूर के अस्पताल ले जाने के चलते खून अधिक बह जाने से उन मरीजों की भी मौत हो जाती है लेकिन अस्पतालों से सरकारी चिकित्सकों के गायब रहने के मामले को शासन प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है यह मामला बेहद गंभीर है और सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवा को पूरी तरह से बहाल कराए जाने की जरूरत है लापरवाह चिकित्सकों पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यवाही भी नहीं कर रहे हैं जिससे लापरवाह चिकित्सकों की आदत नहीं सुधर रही है इनकी आदत सुधारे जाने के लिए इन पर कठोर कार्यवाही किए जाने की जरूरत है।
गुड मॉर्निंग भारत संवादाता हिमांशु कुमार मिश्रा की रिर्पोट।