जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी/उपाध्यक्ष डा रवि किशोर त्रिवेदी के सानिध्य मे उद्ययन सभागार मे किया गया।मुख्य विकास अधिकारी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि कृषको की आय दोगुना करने के सूत्रो के विषय मे वैज्ञानिको ने जो मृदा उर्वरता प्रबंधन, प्राकृतिक खेती की नवीनतम तकनीक बताई है,उनका पालन करके जनपद की उत्पादकता बढाने की दिशा मे कार्य करे। मृदा वैज्ञानिक डा.मनोज कुमार सिंह ने मृदा के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि मृदा मे जीवांश पदार्थ एवं जीवांश कार्बन की प्रतिशतता का बड़ा ही महत्व है।
दिनोंदिन जीवांश कार्बन का घटता प्रतिशत बड़ा ही चिन्ता का विषय है। इसके लिए कम्पोस्ट खाद के साथ-साथ हरी खाद के प्रयोग को बढाने की आवश्यकता है। जिससे पोषक तत्व की मात्रा मिट्टी मे बढे। डा मनीष केसरवानी ने प्राकृतिक खेती, आय जनित गतिविधियो पर विस्तृत प्रकाश डाला।उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की संचालित योजनाओ एवं किसान सम्मान निधि ई के वाई सी की जानकारी दी। भूमि संरक्षण अधिकारी ने योजनाओ पर प्रकाश डाला।उक्त अवसर भूमि संरक्षण के अन्य अधिकारी, कर्मचारी सहित प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।समापन सत्र मे जिला कृषि अधिकारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
गुड मॉर्निंग भारत संवाददाता हिमांशू कुमार मिश्रा की रिर्पोट।