कोईलवर राजवाहा नहर में बने अवैध डायवर्सन को उखाड़ने का कार्य धीमा

  • आदेश के पांच दिन बितने के बाद भी कई डायवर्सन नहीं उखाड़ा गया
  • बाढ नियंत्रण बांध का कटाव भी जस का तस

अश्विनी शरण

संदेश – भोजपुर जिले के कोईलवर राजवाहा नहर में बने अवैध डायवर्सन को हटाने के लिए घाट संचालकों को नहर विभाग के द्वारा 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था। लेकिन पांच दिन बितने के बाद भी कई अवैध डायवर्सन अभी नहीं उखाड़ा गया है। संदेश प्रखंड के खण्डोल में बनाए गए तीन एवं अहिमनचक में एक डायवर्सन को आंशिक रूप से हटाया गया है। जो कार्यवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति दिखाई दे रहा है।

डायवर्सन

नहर से पुरे अवरोध को नहीं हटाया गया है। बाढ नियंत्रण के लिए बनाया गया बांध भी जस का तस अभी क्षतिग्रस्त ही है। जबकि संदेश प्रखंड के संदेश टोला, फुलाडी, अहिमनचक, भीमपुरा एवं अगियांव प्रखंड के करबासिन एवं ब्रह्मपुर में बनाए गए डायवर्सन अभी जस का तस है। क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि इन डायवर्सन को बनाने वाले बालू माफियाओं द्वारा नहर विभाग के अधिकारियों के साथ मोटी रकम देकर सेटिंग कर लिया गया है। जिससे इनके द्वारा बनाए गए अवैध डायवर्सन पर कोई कार्यवाई नहीं किया जा रहा है। जबकि जिनका सेटिंग नहीं हो पाया उनका डायवर्सन खानापूर्ति के लिए थोडा सा उखाड़ दिया गया है। ताकि सेटिंग हो जाने पर पुनः डायवर्सन बनाने में कोई दिक्कत नहीं हो सके।
बता दें कि सोन तटीय इलाकों का सिंचाई का एकमात्र साधन कोईलवर राजवाहा नहर में बालू माफियाओं द्वारा डेढ दर्जन से अधिक जगहों पर बांध को काटकर नहर में अवैध रूप से डायवर्सन बना दिया गया है। जिससे क्षेत्र में सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो गई थी। साथ ही बाढ नियंत्रण के लिए बनाए गए बांध को काटने से बरसात के मौसम में बाढ का खतरा बढ़ गया है। लेकिन नहर विभाग या बाढ नियंत्रण विभाग द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की गई। साथ ही स्थानीय प्रशासन भी मुकदर्शक बनी रही। जिसको लेकर क्षेत्रीय किसानों द्वारा मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री एवं प्रधान सचिव जल संसाधन विभाग को पत्र लिखकर नहर को बचाने का गुहार लगाया गया था। लेकिन कार्यवाई के नाम पर अभी तक सिर्फ खानापूर्ति हुआ है पुरी तरह कार्यवाई कब होती है यह देखना होगा।

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