मध्य प्रदेश में CM के नाम का एलान होते ही यूपी के सुल्तानपुर में मना जश्न, क्या है कनेक्शन, विस्तार से जानते हैं

मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री का विवाह वर्ष 1994 में उज्जैन शहर में ब्रह्मादीन यादव की पुत्री सीमा यादव के साथ हुआ था। विवाह के समय उनके ससुर ब्रह्मादीन यादव रींवा में अपने मझले बेटे सदानंद यादव के साथ रह रहे थे।

मध्यप्रदेश में सोमवार को मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार बनाने की घोषणा होने से सुल्तानपुर में भी खुशी की लहर है। इसके पीछे की वजह मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव की शहर के शास्त्रीनगर मोहल्ले में ससुराल होना है। सीएम के नाम की घोषणा होते ही परिवार खुशी से उछल पड़ा। मनोनीत सीएम की ससुराल में बधाई देने वालों का तांता लगा है।

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी के बीच मची रार के बीच भाजपा हाईकमान ने उज्जैन विधायक मोहन यादव के नाम की घोषणा कर दी। उनके नाम की घोषणा होते ही मध्य प्रदेश सरकार का नाता सुल्तानपुर शहर से गहरे रूप से जुड़ गया। वह इसलिए कि मध्य प्रदेश के मनोनीत सीएम की ससुराल सुल्तानपुर शहर के शास्त्रीनगर में निकली।

मोहन यादव की ससुराल है सुल्तानपुर शहर में

मोहन यादव का अपनी ससुराल में आना-जाना लगा रहता है। आखिरी बार वह पिछले वर्ष बीमार चल रहे अपने ससुर ब्रह्मादीन यादव का हालचाल लेने आए थे। उस समय वह मप्र के शिक्षा मंत्री हुआ करते थे।

ससुराल में ससुर का हालचाल लेने के बाद वे गोंडा में सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के यहां आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने चले गए थे। उनकी पत्नी व ब्रह्मादीन यादव की बेटी सीमा यादव प्रत्येक रक्षाबंधन पर्व पर अपने छोटे भाई विवेकानंद यादव को राखी बांधने आती रहती हैं।
इस वर्ष आखिरी बार सीमा शहर स्थित मायके में विवेकानंद यादव के पास अपनी सास की मृत्यु के बाद संस्कार की रस्म पूरी करने के लिए आई थीं। सबसे छोटे साले विवेकानंद यादव ने बताया कि मोहन यादव काफी पढ़े-लिखे हैं। एलएलबी के साथ उन्होंने पीएचडी की उपाधि हासिल की है। विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री रहते हुए उनकी बहन सीमा यादव की शादी उज्जैन में हुई थी

हालांकि भाजपा की सरकार में संबंधों का कोई खास महत्व दायित्व के निर्वहन में नहीं होना बताया जाता है लेकिन मप्र के मनोनीत सीएम का जिले से गहरा लगाव होने की वजह से कुछ अहमियत बढ़ने की संभावना बनी है। कहा जा रहा है कि कुछ मामलों में जिले की सिफारिश काम आ सकती है।

मोहन यादव और सीमा यादव की1994 में हुई थी शादी

मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री का विवाह वर्ष 1994 में उज्जैन शहर में ब्रह्मादीन यादव की पुत्री सीमा यादव के साथ हुआ था। विवाह के समय उनके ससुर ब्रह्मादीन यादव रींवा में अपने मझले बेटे सदानंद यादव के साथ रह रहे थे।

ब्रह्मादीन यादव के तीन बेटे रामानंद यादव, सदानंद यादव व विवेकानंद यादव हैं। ब्रह्मादीन यादव की चार संतानों में सबसे छोटी बेटी सीमा यादव हैं। मप्र प्रदेश के रींवा से भूगोल से एमए पास करने के बाद सीमा का विवाह ब्रह्मादीन ने मोहन यादव के साथ उज्जैन में कर दिया।

शहर में अपने पिता ब्रह्मादीन व परिवार के साथ रह रहे विवेकानंद यादव ने बताया कि उनका मूल निवास अंबेडकरनगर जिले की भीटी तहसील क्षेत्र में कोर्रा डड़वा गांव में है लेकिन मौजूदा समय में उनके परिवार का कोई सदस्य वहां नहीं रहता है।

उन्होंने बताया कि सबसे बड़े भाई परिवार समेत जबलपुर व मझले भाई अपने परिवार समेत रींवा में रहते हैं। उनका परिवार, पिताजी के साथ शहर में रह रहा है। बताया कि मोहन यादव उज्जैन जिले के ही मूल निवासी हैं। उनके पिता पूरनचंद यादव साधारण किसान हैं।

मनोनीत सीएम मोहन यादव की राजनीति में पढ़ाई के समय से ही रुचि रही। इस वजह से वह शुरू में विद्या भारती व संघ से जुड़े थे। बताया कि मेरे पिता ब्रह्मादीन यादव भी विद्याभारती व आरएसएस से जुड़े रहे। दिल्ली में अशोक सिंघल के साथ भी काम कर चुके हैं।

देखते ही देखते बदल गई साधारण से प्राइवेट शिक्षक की स्थिति

म०प्र० के मनोनीत सीएम मोहन यादव के सबसे छोटे साले विवेकानंद यादव शहर के शास्त्रीनगर मोहल्ले में परिवार के साथ रहकर सरस्वती विद्या मंदिर विवेकानंद नगर में खेल शिक्षक हैं। विद्या भारती से संचालित स्कूल में शिक्षक रहते हुए वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। साधारण रूप से जीवनयापन करने वाले विवेकानंद की सोमवार को मप्र में मोहन यादव को सीएम बनाने की घोषणा होते ही स्थिति बदल गई। वह आम से खास हो गए। शाम को उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। घर पहुंचकर लोगों ने परिवार के साथ खुशियां बांटी व फोटो खिंचवाई।

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