संसद के घुसपैठिए पुलिस की हिरासत मे ,संसद में धुवें वाले कांड से पहले सुसाइड की थी योजना

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों में से एक सागर शर्मा से पूछताछ में ये खुलासा हुआ।

संसद में घुसकर स्मोक अटैक और संसद के बाहर स्मोक अटैक करने वाले आरोपियों की प्लानिंग सिर्फ संसद में हंगामा करना नहीं था। इसके पीछे इन लोगों की बड़ी योजना थी। आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही पुलिस के हवाले से कई खुलासे सामने आ रहे हैं जिससे यह पता चला है कि इस हंगामे के पीछे असली वजह क्या थी।

सिर्फ संसद में हंगामा करना ही नही ,आरोपियों की इसके पीछे थी बड़ी साजिश

प्राप्त जानकारी के अनुसार,संसद में हंगामा कर सुर्खियां बटोरने के बाद आरोपी नई राजनीतिक पार्टी बनाना चाहते थे। ये लोग किसी बड़े प्लेटफॉर्म पर ऐसा काम करना चाह रहे थे, जिससे मीडिया का बड़ा कवरेज मिल सके।

पहले बनी थी आत्मदाह की योजना

इसके लिए पहले एक जेल (gel) लगाकर संसद भवन के सामने आत्मदाह करने की योजना बनाई गई। लेकिन जेल न खरीद पाने और इस तरह के प्लान में मकसद पूरा न होते देख इन्होंने प्लान रद्द कर दिया था।

फिर बनाया स्मोक अटैक का प्रोग्राम

आत्मदाह का प्लान रद्द करने के बाद आरोपियों ने कलर स्मोक क्रैकर से संसद में हंगामा करने के निर्णय लिया। इस तरह के प्लान के बारे में लखनऊ के सागर शर्मा ने पुलिस को जानकारी दी है।

आरोपी कर रहे अलग–अलग बयानबाजी

सभी आरोपित अलग-अलग तरह के बयान दे रहे हैं, जिससे पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां तीन दिन बाद भी किसी स्पष्ट नतीजे पर नहीं पहुंच पाई हैं की इनका मकसद क्या था।

संसद भवन की सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब तक छह आरोपित को गिरफ्तार कर चुकी है। तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

संसद में ‘स्मोक कांड’ करने के लिए सात कैन लेकर सदन में घुसे थे आरोपी

दिल्ली पुलिस ने आरोपी ललित झा को संबंधित न्यायाधीश के समक्ष पेश करते हुए बताया कि आरोपी ललित झा ने खुलासा किया है कि वो और उसके साथी देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे ताकि वे सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें। मालूम हो कि सुरक्षा उल्लंघन 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर हुआ।

मीडिया में बात फैलाना चाहते थे सभी आरोपी घटना से पहले संसद से जुड़ी बातों पर किया था रिसर्च

गूगल पर सर्च की संसद से जुड़ी जानकारियां

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया, “चारों आरोपी नीलम, अमोल, सागर शर्मा और मनोरंजन घटना को अंजाम देने के लिए एक या दो नहीं, बल्कि 7 स्मोक कैन लेकर पहुंचे थे।” घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी ने गूगल पर संसद के आसपास के इलाके को सर्च किया और कई चीजों से समझा, जिसमें संसद सुरक्षा के कुछ पुराने वीडियो भी शामिल थे।

आरोपियों ने यह भी सर्च किया कि सुरक्षित चैट कैसे की जाए, ताकि पुलिस उनको पहचान न सके। सभी आरोपी सिग्नल ऐप पर बात करते थे, ताकि कोई उन्हें पकड़ न सकें। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी चाहते थे कि उनकी यह हरकत मीडिया में चर्चा का विषय बन जाए, इसलिए उन्होंने सत्र के दौरान संसद में घुसने का प्लान तैयार किया था।

विपक्ष ने अमित शाह से मांगा जवाब

इससे पहले विपक्षी दलों ने संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर अमित शाह से बयान की मांग की है। सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री को संसद और इसके माध्यम से भारत के लोगों को स्पष्टीकरण देना होगा।

लोकसभा में 13 दिसंबर को सुरक्षा उल्लंघन के बाद अपनी मांगों को लेकर हंगामा करने पर 13 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया। जिसके एक दिन बाद शुक्रवार को दोनों सदनों को बिना किसी कामकाज और चर्चा के ही स्थगित कर दिया गया।

देश में अराजकता फैलाने का था प्लान

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि मास्टरमाइंड ललित झा ने खुलासा किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना के सभी आरोपी कई बार मिले और इसके बाद साजिश को अंजाम दिया। दिल्ली पुलिस ने झा को संबंधित न्यायाधीश के समक्ष पेश करते हुए बताया कि आरोपी ललित झा ने खुलासा किया है कि वो और उसके साथी देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें।

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