डग्गामार वाहन चालकों के द्वारा नहीं दिया जाता पास
रोडवेज विभाग के घाटे में रहने के कई कारण हैं। उनमें से एक प्रमुख कारण है डग्गामारी। यमुनापार के कोरांव कस्बे तक रोडवेज बस के संचालन को लेकर विभाग ने कई बार प्रयास किया। बसों का संचालन शुरू करवाया, लेकिन इस रूट पर चलने वाली बसें सदैव घाटे में रहीं। नतीजा, इस रूट पर बसों का संचालन बंद कर दिया गया। मौजूदा समय में सिर्फ एक रोडवेज से अनुबंधित सिर्फ एक बस चल रही है, वह भी एक दिन के अंतराल पर ही कोरांव आती-जाती है।
कोरांव से प्रयागराज की दूरी 50-60किलोमीटर है। इस रूट पर दो दर्जन से अधिक बसें चलती हैं, लेकिन सरकारी एक भी नहीं। इस रूट पर सरकारी बसों का संचालन कर चुके चालकों-परिचालकों का कहना है कि डग्गामार वाहन संचालकों के द्वारा परेशान किया जाता है। सवारी बैठाने पर धमकाया भी जाता है।

गुरुवार को सुबह 8.55 बजे परिवहन विभाग की एक बस प्रयागराज के लिए कोरांव रोडवेज बस अडडे से रवाना हुई। जैसे ही यह बस अड्डे से निकलकर मुख्य मार्ग पर आई, इस पर के आगे और पीछे दो डग्गामार बसें लग गईं और प्रयागराज पहुंचने तक सरकारी बस को न तो पास दिया गया और न ही सवारी बैठाने की मोहलत दी गई।
यह बस कोरांव-प्रयागराज-कर्वी (चित्रकूट) तक जाती है। इसके परिचालक शुभ यादव ने बताया कि -हमारी बस के आगे-पीछे सटाकर डग्गामार बसों को खड़ा कर दिया जाता है। जिस दिन मेरी बस का नंबर प्रयागराज जाने का रहता है उस दिन मेरी बस के आगे-आगे एक बस कोरांव से प्रयागराज तक चलती हैं। पूरे रास्ते पास नहीं दिया जाता। इस कारण मेरी बस खाली ही प्रयागराज जाती है। इसी वजह से इस रूट पर निगम की बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है।

डग्गामार बसों का संचालन से सिर्फ यही एक समस्या नहीं है। इसके अलावा कोरांव कस्बे में जाम का भी प्रमुख कारण यही डग्गामार वाहन हैं। मौजूदा समय में दो दर्जन ऐसी बसें हैं, जो कोरांव से प्रयागराज के रामबाग तक जाती है। इनका कोई परमिट नहीं है। ज्यादातर अपनी उम्र भी पार कर चुकी हैं। ऐसी बसों का संचालन से किसी भी दिन गंभीर हादसे की खबर मिल सकती है। बावजूद इसके न तो पुलिस और न ही आरटीओ विभाग इस ओर नजरें इनायत कर रहा है।
हनुमना (रींवा) तक जाती थी रोडवेज बस
प्रयागराज-कोरांव रूट पर सरकारी बसों के संचालन प्रयास लंबे समय से जारी है। बावजूद इसके महकमा अभी तक सफल नहीं हो पाया। सरकारी विभागों की खाऊ-कमाऊ नीति के कारण बसों का संचालन बंद होता गया। अभी सप्ताहभर पहले ही प्रयागराज से कोहडार घाट होकर कोरांव तक एक सरकारी बस आती थी और सुबह 6:15 बजे प्रयागराज के लिए निकलती थी, लेकिन डग्गामारी के कारण यह सप्ताहभर ही चल पाती। इसी प्रकार लगभग सात माह पहले हनुमना (रींवा) मध्य प्रदेश से प्रयागराज तक चलती थी और लगभग आठ महीने तक चली भी, लेकिन सात माह पहले इन्ही मनमानी कारण से बंद हो गई। जानकारी के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ( प्रशासन ) को फोन किया फोन लगा भी लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।