महाकुंभ 2025 के बाद प्रयागराज बनेगा “सिटी ऑफ टेंपल कॉरिडोर”, 11 प्रमुख मंदिर जुड़ेंगे धार्मिक सर्किट से


महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के बाद धार्मिक पर्यटन को नई गति देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार अब प्रयागराज को स्थायी धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए टूरिज्म ट्रैकर नामक डिजिटल प्रणाली शुरू की जाएगी, जो पर्यटकों की संख्या, होटल और परिवहन सेवाओं, आयोजनों की स्थिति और विकास परियोजनाओं की प्रगति पर रियल टाइम निगरानी रखेगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि योजना के तहत प्रयागराज को “सिटी ऑफ टेंपल कॉरिडोर” के रूप में ब्रांड किया जाएगा। इस पहल में 11 प्रमुख मंदिरों को एक धार्मिक सर्किट से जोड़ा जाएगा। इनमें हनुमान मंदिर, सोमेश्वर नाथ मंदिर, नाग वासुकी मंदिर, श्री वेणी माधव मंदिर, आदि शंकर विमान मंडपम, ललिता देवी मंदिर, आलोप शंकरी देवी मंदिर, कल्याणी देवी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, द्वादश माधव मंदिर और अक्षयवट मंदिर शामिल हैं।
इन मंदिर स्थलों पर पार्किंग, विश्राम गृह, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था जैसी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यह कार्य पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर किया जाएगा, जिससे निजी निवेश के जरिए पर्यटन ढांचे को मजबूत किया जा सके। यह कदम प्रयागराज को एक बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन हब के रूप में स्थापित करने में अहम साबित होगा।

-प्रियांशु अमन

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